सम्मोहन (Sammohan) : एक बिगड़ी आत्मा की सच्ची कहानी - Real Horror Story - Hindi Story

Real Horror Story - Sammohan- Hindi Story-चुड़ैल की कहानी - Darawani Kahani - Bhoot Ki Kahani -  bhoot story in hindi  

सम्मोहन एक बिगड़ी आत्मा की सबसे बड़ी ताक़त है जिसके बलबूते वह किसी से कुछ भी करा सकती है,क्या इस आत्मा को रोका नहीं जा सकता डर से भरी इस कहानी का अंत क्या है आइये जानते है,

सुमित और बिगड़ी आत्मा की कहानी 

सुमित जो अभी अभी डाकघर में पोस्टमैन के पद पर नियुक्त हुवा है वह एक मध्यम वर्गीय परिवार से आता है उसके पिता नहीं है सुमित की माँ जो एक प्राइमरी स्कूल में टीचर थी उन्होंने बड़े जतन से सुमित को पढ़ाया,लेकिन सरकारी नौकरी की तलाश अब पूरी हुवी, सुमित बी. ए पास है लेकिन नौकरी की तलाश में उसने बहुत समय इंतज़ार किया इस नौकरी से पहले सुमित कई कंपनी में काम कर चुका है लेकिन अब वह डाक विभाग में पोस्टमैन के पद पर नियुक्त हो चुका है सुमित अपनी इस नौकरी से बहुत खुश है ,

Real Horror Story



कहानी शुरू होती है हिमांचल के एक पहाड़ी गांव से जहा सुमित की नियुक्ति हुवी है सुमित मंडी हिमांचल का रहने वाला है जहा उसका पुस्तैनी घर है, लेकिन नौकरी की वजह से उसे यहाँ आना पड़ा इस गांव से सुमित का घर 135 किलोमीटर दूर है जिस वजह से उसने पोस्टऑफिस के पास ही कमरा किराये पर लिया है,बात है नवम्बर महीने की जब यहाँ काफी ठंडा होता है सुमित रोज की तरह ही अपने काम में लगा है और थोड़ी देर में उसे पास के गावो डाक देने जाना है करीब 3 बजे सुमित ऑफिस का अपना काम ख़त्म कर सारी डाक जो उसे आज देनी है को लेकर वहा से निकल जाता है सुमित को आज डाक देते देते करीब साढ़े पाँच बज चुके थे उसका काम लगभग ख़त्म हो चुका था तभी वह अपने बैग  देखता है तो वह देखता है एक आखरी डाक और बची है वह उसे देने उस घर की ओर निकल पढता है अब रात भी हो चुकी है सुमित उस घर के बाहर से आवाज लगाता है लेकिन घर से कोई जवाब नहीं देता है !

घर में लाइट भी जली है यह देख सुमित फिर से आवाज लगाता है  कोई आवाज नहीं आती अब सुमित उस घर में जाकर उसका दरवाजा खटखटाता है तभी उसकी नज़र वही पड़ी एक बिल्ली पर जाती है जो मर चुकी है और उसके चारो ओर सिंदूर बिखरा है,

तभी एक बूढी औरत की आवाज आती है अंदर आ जाओ, यह सुन सुमित दरवाजे खोल अंदर की और बढ़ता है अंदर जाकर वह देखता है की एक बूढ़ी औरत उसी की और देख रही है वह उस ओर जाता है और उससे कहता है 

चुड़ैल की कहानी

माताजी आपका मोनीओर्डर आया है,यह सुन वह बूढी औरत सुमित से कहती है बेटा किसने भेजा है यहाँ आज तक तो किसी ने नहीं भेजा,यह सुन सुमित को थोड़ा अजीब लगता है लेकिन उसे देर हो रही थी  उसने कहा माता जी यह इस पते पर भेजा गया है अब आप यहाँ रहती है तो यह आपका ही है यह कह कर सुमित उस लिफ़ाफ़े को उस बुढ़िया औरत की ओर देने लगता है ,

तभी हवा के एक तेज झोके के साथ दरवाजा बंद हो जाता है और लाइट भी चली जाती है सुमित थोड़ा डर जाता है लेकिन तभी वह बुढ़िया बोलती है डर मत मै अभी लैंप लेकर आती हु इतना कहकर वह अँधेरे में घर के अंदर की ओर चली जाती है,कुछ देर में जब वह वापस लौटती है तो वह बूढी औरत अब एक जवान लड़की बन चुकी होती है सुमित पूछता है आप कौन है और वह बूढी माता जी कहा है उन्हें बुला दिजीये मै यह लिफाफा उन्हें दे दू तो मै भी जाऊ मुझे देर हो रही है !इतने मै वह लड़की कहती है कौन बूढ़ी औरत यहाँ कोई बूढी औरत नहीं रहती, यह सुन सुमित अचम्भे में पड़ जाता है वह खुद को सँभालते हुवे कहता है ये डाक किसे देनी है जैसे ही वह यह कहता है वह लड़की जोर जोर से रोने लगती है,

श्रापित कुवा | New Horror Story | Sharapit Kuva |Hindi Kahani |  डरावनी कहानी 

एक छलावे की कहानी - Chalawa

डर की दास्तान :  Dar Ki Daastaan - Horror story in hindi 

सुमित को अब कुछ समझ नहीं आ रहा था की वह क्या करे,तभी खिड़किया दरवाजे अपने आप खुलने और बंद होने लग जाते है सुमित पूरी तरह डर चुका था वह वहा से भागने के लिए जैसे ही दरवाजे की ओर मुड़ता है वहा पर वह लड़की खड़ी होती है यह देख सुमित के सारे शरीर में कपकपी होने लगती है , वह लड़की अब अपने असली रूप में आने लगती है अब सुमित के सामने बाल बिखराये बड़े बड़े नाखून लाल आँखे पूरे चेहरे पर कटे के निशान और मुँह से निकलता खून ये था उस चुड़ैल का असली रूप वह सुमित की ओर अपने हाथ बढ़ाती है और एक झटके में सुमित का गला पकड़ कर उसे ऊपर उठा देती है 

सुमित झटपटाने लगता है लेकिन जैसे ही वह उस चुड़ैल की आँखों में देखता है वह सब कुछ भूल जाता है अब वह पूरी तरह उसके वश में है ,

फिर अचानक दरवाजे खुलते है है अब  आ चुकी है सुमित वहा से बहार आ  जाता है और अपने कमरे की और चल पड़ता है ,रात करीब 1 बजे सुमित को अपने घर में कोई आहट सुनाई देती है वह उस ओर जाता है देखता है की वहा एक बिल्ली है सुमित उसे पकड़कर मार डालता है और उसे खाने लगता है सुबह जब वह उठता है तो देखता है उसके मुँह में और कपड़ो में खून लगा है वह घबरा जाता है क्योकि अभी पूरे  होश में होता है वह जल्दी जल्दी कपडे बदलता है और उस खून को साफ़ करता है फिर वह काम के लिए निकल जाता है ,पूरा दिन वह किसी से कोई बात नहीं करता है यह देख उसके ऑफिस के लोगो को उसके बर्ताव में कुछ बदलाव लगता है तभी जब साम को सब  है तो सुमित भी जाने के लिए निकलता है तभी वह घर की और न जाकर उस घर की और चलने लगता है जहा वह कल रात गया था ,कुछ दिन ऐसे ही  चलता है,

तभी एक दिन वहा उस पोस्ट ऑफिस में पुलिस आती है वह सबसे पूछताछ करते है की किसी ने इस बच्चे को देखा है सब नहीं कहते है लेकिन सुमित कुछ नहीं कहता पुलिस को उसपे शक हो जाता है लेकिन उस समय वह कुछ कहे बिना वह से चले जाते है 

शाम को जब ऑफिस बंद होता है सब जाने लगते है तो सुमित भी जाने लगता है लेकिन इस बार उसका पीछा किया जाता है और पीछा करते करते पुलिस के लोग उस घर के बाहर पहुंचते है जिस घर में सुमित गया है थोड़ी देर में पुलिस की पूरी टीम वह दबिश देती है दरवाजा खोलकर जब वह लोग अंदर जाते है तो वहा का माहोल देख चकित रह जाते है सुमित काले कपडे पहने है और मंत्रोउच्चारण कर रहा है उसके सामने वही बच्चा बेहोश लेटा है वहा पर कई जानवरो के सर भी होते है और जगह जगह खून बिखरा होता है ये देख हर कोई सन्न रह जाता है क्योकि सुमित उस बच्चे की बलि देने वाला होता है जिससे की उस चुड़ैल को शक्ति मिलती है ! 

पुलिस जल्दी से सुमित को पकड़ लेती है और उस बच्चे को भी उठाते है पूरे घर में तलाशी ली जाती है लेकिन वहा  सुमित और उस बच्चे के अलावा कोई नहीं होता है ,

 इंसान और आत्मा के बीच की सच्ची कहानी  | *Real Story 

सुबह यह बात आग की तरह फ़ैल जाती  है की कल रात क्या हुवा सुमित को किडनैपिंग के केस में अंदर कर दिया जाता है लेकिन अब उसकी मानसिक हालत ख़राब होने लगती है और उसी रात वह उसी जेल में आत्महत्या कर लेता है ,सुमित के अंत का कारण किसी को समझ नहीं आया लेकिन उस चुड़ैल का अगला शिकार कौन होगा ये राज राज ही रह गया ! 

 दोस्तों ये थी आज की कहानी,अगर आपको ये कहानी पसंद आयी तो प्लीज हमे फॉलो करे !!

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