Ram Mandir Ayodhya Opening Date : भगवान् श्री राम प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम पूरी जानकारी - Ram mandir ayodhya budget

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Hello दोस्तों आज के इस आर्टिकल में हम आपको बताने जा रहे है भगवान् राम की अयोध्या नगरी की कुछ ऐसी बाते जिसे हर सनातनी को पता होना चाहिए वर्षो से चल रही एक अस्तित्व के पह्चान की लड़ाई अंततः विजयी उद्घोष के साथ ख़त्म हो गयी आस्था का केंद्र अयोध्या जहा भगवान राम की जन्म स्थली है वहा भगवान् राम का भब्य मंदिर बन चुका है हम और आप इस बात के गवाह है जो हमने इस मंदिर को बनते देखा है ,लेकिन एक समय ऐसा भी था जब बाहरी आक्रांताओ ने हमारे देश के इतिहास को बहुत छति पहुँचायी हर जगह मंदिर तोड़े गए ताकि हमारे इतिहास को नष्ट कर दिया जाए ,14 वी शताब्दी में जब हमारे देश भारत में मुगलो ने शासन की शुरुवात की तो उन्होंने भगवान् राम के मंदिर को तोड़कर बाबरी का निर्माण किया ! आज आपको हम इसके पूरे इतिहास इस न्याय की लड़ाई की शुरुवात और भगवान् राम के इस मंदिर के पुनः जीर्णोद्धार तक की पूरी कहानी बताने जा रहे है !

Ram Mandir Ayodhya Opening 2024


अयोध्या को किसने बसाया !

अयोध्या नगरी की स्थापना भगवान् राम के पूर्वज जिनका नाम मनु था जो सूर्य पुत्र थे उन्होंने बसाया था जिसका उल्लेख महर्षि बाल्मीकि की रामायण में मिलता है लेकिन अयोध्या का इतिहास बहुत पुराना है जो की भगवान् राम के जन्म के पूर्व से लेकर महाभारत काल तक रहा क्योकि राजा ब्रहदल जो की भगवान् राम की 44 वी पीड़ी के राजा थे उनकी महाभारत के युद्ध में मृत्यु हुवी,

अयोध्या में राम मंदिर किसने बनवाया !

महाभारत युद्ध के लगभग कई सालो के बाद सम्राट विक्रमादित्य ने राम मंदिर की स्थापना की उसके बाद भी कई अन्य राजो ने जिनमे संगु नामक राजा ने मंदिर के जीर्णोद्धार के लिए कार्य किया उस समय अयोध्या को साकेत नाम से जाना जाता था चीनी यात्री हेतसांग के अनुसार ७ वी सताब्दी में यहाँ हिंदुवो का एक भब्य मंदिर था !

अयोध्या में राम मंदिर को किसने तोड़ा !

बाबरनाम में इस बात का उल्लेख है की जब बाबर ने अयोध्या में अपना पड़ाव डाला तो उसने एक मज्जिद के निर्माण का आदेश दिया  बाबर के सेनापति मीर बकी ने 1528 में राम मंदिर को तोड़कर बाबरी की स्थापना की ,

अयोध्या में राम मंदिर के अस्तित्व की लड़ाई कब शुरू हुवी !

मंदिर गिराए जाने के 330 साल बाद तब साल था 1858 जब पहली बार मंदिर में पूजा अर्चना को लेकर केस किया गया समय बीतने के साथ साथ साल आ गया था 1885 या यु कहे की लगभग 27 साल बाद पहली बार ये मसला अदालत के सामने रखा गया! 9 नवम्बर 2019 को राम मंदिर के हक़ की लड़ाई में जीत हासिल हुवी!

अयोध्या में राम मंदिर के हक़ का फैसला कब और किसने दिया !

साल 2019 में राम मंदिर के विवाद का फैसला संयुक्त जजों की पीठ के द्वारा दिया गया जिनके नाम इस प्रकार है -   न्यायमूर्ति एसए बोबडे,न्यायमूर्ति एस अब्दुल नजीर, न्यायमूर्ति अशोक भूषण, न्यायमूर्ति डीवाई चंद्रचूड़ और सीजेआई रंजन गोगोई,     

अयोध्या में राम मंदिर में रामजी की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा किस दिन होगी !

अब भगवान् राम की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा के साथ ही राम युग की शुरुवात होने जा रही है भगवान् राम की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा का ऐतिहासिक दिन 22 जनवरी 2024 नियुक्त किया गया है !जिस दिन यहाँ श्रद्धालुवो की काफी भीड़  है !

अयोध्या में राम मंदिर कैसे पहुंचे ?

आप देश के किसी भी कोने से अगर इस ऐतिहासिक दिन के गवाह बनने की सोच रहे है तो आपको यहाँ  नीचे दी गयी बातो को ध्यान रखना होगा -

1 -भगवान् राम का मंदिर,अयोध्या  रेलवे स्टेशन से मात्र 1 किलोमीटर की दुरी पर स्थित है जहा से आप यहाँ के स्थानीय परिवहन साधन का इस्तेमाल कर बहुत कम समय में भगवान् राम के दर पर पहुंच जाएंगे ! 

2 - अगर आप बस से राम जी के दर्शन करने अयोध्या आ रहे है तो राम मंदिर की बस अड्डे से दुरी मात्र 3  किलोमीटर है यहाँ भी आपको आसानी से स्थानीय परिवहन सुविधा मिल जायेगी !

3 - अगर आप वायु मार्ग से भगवान् राम के दर्शन करने अयोध्या आ रहे है तो अयोध्या एयरपोर्ट से राम मंदिर लगभग 7 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है यहाँ से भी नीय परिवहन साधन की उपलब्धता है !

अयोध्या में राम मंदिर के कुछ महत्वपूर्ण बिंदु 

  • राम मंदिर के लिए 67 एकड़ जमीन आबंटित है जिसमे 2 एकड़ में मंदिर बनाया गया है और 65 एकड़ जमीन में मंदिर के परिसर को बनाया गया है !
  • अगर बात करे राम मंदिर के आकार की तो यह 161 फ़ीट ऊँचा है और इसकी चौड़ाई 235 फ़ीट है व यह मंदिर 360 फ़ीट लंबा है !
  • राम मंदिर के डिज़ाइन को सोमपुरा परिवार के द्वारा  बनाया गया है !
  • मंदिर में अष्टधातु का बना घंटा जो 2100 किलो वजनी है इस घंटे का आकार 5 फ़ीट चौड़ा और 6 फ़ीट लंबा है !
  • 22 जनवरी को मंदिर में 108 फ़ीट लम्बी अगरबत्ती जलाई जायेगी जो लम्बे समय तक यहाँ के वातावरण को सुगन्धित करती रहेगी !
  • मैसूर के अरुण योगिराज की बनाई हुवी भगवान श्रीराम की मूर्ति को मंदिर के गर्भगृह में रखा जाएगा !





अयोध्या राम मंदिर ट्रस्ट ने लोगो से ये कहा है की अगर आप अयोध्या भगवान् राम के दर्शनों के लिए आ रहे है तो आप 22 जनवरी के बाद आये ऐसा इसलिए की 22 जनवरी जिस दिन भगवान् राम की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा होनी है इस दिन वहा काफी भीड़ है !  






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