हिंदी शायरी दो लाइन : 31+ Two Line Shayari : दर्दे दिल शायरी - Life Shayari - Shayari Sad

Two Line Shayari - दर्दे दिल शायरी - Life Shayari - Shayari Sad - ज़िन्दगी शायरी - ज़िन्दगी शायरी दो लाइन 


हैल्लो दोस्तों एक बार फिर आप सब का Welcome है आज की पोस्ट में आज हम आपके लिए लाये है 31+ कुछ मन को छूने वाली,कुछ Motivational कुछ दर्द से भरी और कुछ सुकून देने वाली शायरी का Collection,शायरी अक्सर मन के भावो को बयान करने का तरीका है हर इंसान किसी न किसी रूप में शायरी को सुनता बोलता या फिर पढता जरूर है ,आइये समय बर्बाद न करते हुवे आज की पोस्ट शुरू करते है 

31+ Two Line Shayari


 खेल चाहे 
शतरंज का हो या ज़िन्दगी का,
जीतता वही है जो आखिर तक डटा रहता है !


31+ Two Line Shayari


आँखों से दूर वो मंजिल तलाश रहा है ,
उसे नहीं मालूम ये तूफ़ान सब कुछ बहा ले गया !

31+ Two Line Shayari


चलते चलते थक चुके है इस सफर से,
न मंजिल ही मिलती है न रास्ते ही ख़त्म होते है !

31+ Two Line Shayari

उस शहर के हम रास्ते भी भूल चुके है,
जहा कभी सब अपनी पहचान के हुवा करते थे !

31+ Two Line Shayari


सपनो की दुनिया भी कमाल की है,
जिसे खुली आँखों से पा न सके नीद आने पर वो सब अपना था !


31+ Two Line Shayari


कुछ शिकवे कुछ शिकायत है ज़िन्दगी तुझसे ,
तू ही बता मैं संभल जाऊ या बदल जाऊ !


किताबे ज़िन्दगी की हर दास्ताँ बयान हो गयी,
हर पन्ने पर बेबसी की कहानी जो लिखी थी !

इतिहास वही लिखते है जिनमे दम होता है जीने का,
वो क्या जाने कामयाबी मज़ा ,जो कई रातो के इंतज़ार के बाद मिलती है !




मैखाने में गए तो गमो से मुलाकात हो गयी,
शर्त ये लगी की जो पी गया वो जी गया !

आज की दास्ताँ कल का इतिहास होगा,
जो दूर था कभी वही सबसे पास होगा,
मत कर गुमान अपनी हैसियत पर इतना,
जो तेरा है आज कल किसी और के पास होगा !

बहते आंसू दिल की दासता कह गए ,
हंसी थी चेहरे पर और तूफ़ान था दिल में,

दर्द की आग में ज़िन्दगी जल गयी,
एक बूँद पानी के इंतज़ार में थे कभी !

किताबो में पड़ा था की मुहब्बत अनमोल होती है ,
असल में जाना ये तो चीज ही बिकाऊ है !


कभी कभी दिल भी उसे दुवा दे देता है,
जिसने कभी हद से ज्यादा रुलाया था इसे !

काश कभी वो भी तड़पे मुझे याद करके,
ज़िन्दगी हर किसी को ये मौका जरूर देती है !

ज़िन्दगी इतनी बेरंग तो नहीं थी कभी,
उसने आके सारे मायने ही  बदल दिए !


इस कदर इलज़ाम लगा मुझपर की गुनेह्गार बन बैठा,
किसी ने नहीं सुनी मेरी दलील और वो सलाहकार बन बैठा !


जालिम जमाने ने जीने की जिद छुड़ा दी,
जिसे जान से चाहा उसी ने नीदे उड़ा दी !

किसी ने क्या खूब पहचाना है ज़िन्दगी को,
सासो और मौत की डोर कही साथ में उडी जरूर होती है !

हर सुबहे एक उम्मीद की किरण लेकर आती है,
सोचते है की मुकम्मल जहा मिल जायेगा,
शाम ढलते ढलते मंजर कुछ ऐसा बदल जाता है,
की नयी सुबहे का इंतज़ार होता है !

कभी सुबह कभी शाम यही ज़िन्दगी का फलसफा है ,
एक दिन ढल जाएगा ये सब बस यादे ही रह जाएंगी !

कभी मेरी तरह जीने की ख्वाईश ऐ दोस्त ,
जो मैंने पाया है वो मिलना नसीब की बात है !

जिसने चाहा है उसने ही पाया है,
वरना बाते करने वाली तो पूरी दुनिया है !

हमे अपनों ने इस कदर सताया है ,
की बेदर्द ज़माने में कोई साथ दे तो साज़िश की बू आती है !

काश कभी ऐसा हो वो जिक्र करे मेरी  वफाओ का,
हम तो बेवजह ही बदनामी का बोझ ढो रहे है !

सच्चा प्यार मिलना नसीब की बात है,
हम तो बेवफाई भी दिलो जान से निभाते है !

दोस्ती अगर ज़िन्दगी से हो जाए तो क्या बात है,
दोस्ती के अलावा इस बेदर्द जमाने में कुछ नहीं है !


अनजान सफर में अजनबी हमसफ़र मिला,
रास्तो की भीड़ में मंजिल खो गयी !

अपनों के सताए हुवे कभी बिखरते नहीं है,
उन्होंने वो सीखा है जो हर किसी को नसीब  नहीं होता !

साथ निभाते निभाते कब आदत बन गयी पता ही नहीं चला,
आज पता चला की जीने की ख़्वाइश ही ख़त्म हो गयी !


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