श्रापित कुवा | New Horror Story | Sharapit Kuva |Hindi Kahani | डरावनी कहानी | Horror Story In Hindi

श्रापित कुवा | New Horror Story | Sharapit Kuva |Hindi Kahani |  डरावनी कहानी | Horror Story In Hindi - Story Horror Story

New Horror Story

हर गांव हर शहर में कही ना कही कुछ जगहे ऐसी होती है जिनका पता लगाने में बिज्ञान भी असमर्थ होता है ये वो चीजे होती है जो अपनी मौजूदगी का अहसास तो करा देती है लेकिन इंसान के लिए इन्हे समझना थोड़ा कठिन है ये जीवन और मरण के बीच की एक ऐसी कड़ी है जो शायद ही सुलझ पाएगी। ये कहानी है बिहार के एक गांव की जहा आज भी विरानीयत मौजूद है आज भी रात को अनजान साये घूमते है एक दहशत की खुशबू फैली है चारो ओर ,दिन हो चाहे रात यहाँ डर की मौजूदगी है आज की कहानी  एक ऐसे श्रापित कुवे की है जिसने एक पूरे गांव के लोगो को यहाँ से पलायन करने पर मजबूर कर दिया। 

सतीश जो पटना में नौकरी करता है उसका घर भी इसी गांव में  है आज सतीश करीब 2 साल बाद अपने गांव आ रहा है गांव में वह अपने चाचा चाची के साथ रहता है सतीश के माँ  बाप नहीं है तो उसका परिवार उसके चाचा चाची और उसका चचेरा भाई विनोद है। गांव में हो रही घटनाओ से अज्ञान सतीश रात करीब 9 बजे गांव की ओर जा रहा था।जिस रास्ते से वह जा रहा था वह रास्ता खेतो के बीचो बीच एक पगडण्डी जैसा था जिससे  गांव वाले भी जाते थे उसी रास्ते में आगे चलकर एक कुवा आता था जो पूरी तरह वीरान था यह कुवा उस गांव से महज 100 मीटर की दूरी पर था ,हमेशा से इस कुवे के बारे में कुछ न कुछ ऐसा बोलै जाता था जो इसके शैतानी वजूद को दर्शाता था कोई नहीं  जानता ये कुवा किसने और कब बनाया ये हमेशा से यहाँ मौजूद था ,

Horror Story In Hindi 

सतीश जब कुवे के पास से गुजरा तो देखता है की कोई औरत वही पास में एक पेड़ के नीचे लकड़िया इकठ्ठा कर रही है सतीश इस सोच में पढ़ गया की इतनी रात को लकड़िया कौन इकठ्ठा कर रहा होगा जबकि अब पूरे गांव मे सन्नाटा पसर चुका है गांव में अब सोने का समय हो चुका है सतीश न चाहते हुवे भी उससे पूछ बैठता है कौन है आप ?

तभी वो औरत सतीश की और देखती है उसका चेहरा देखता ही सतीश उससे कहता है अरे ताई आप यहाँ इतनी रात गए। तभी वह औरत सतीश से कहती है तुम्हारे ताऊ भी इधर ही पास मे है और वह औरत कुवे की ओर देखने लगती है। सतीश भी उस ओर देखता है तो जो वह देखता है उसकी उम्मीद से परे था वह आदमी कुवे के पास जाकर उसमे कूद जाता है सतीश यह देख कुवे की तरफ भागता है जैसे ही वह कुवे के पास पहुँचता है तो उसके सामने उन्ही दोनों की लाशें पड़ी होती है इससे पहले सतीश कुछ समझ पाता कुवे से आवाज आती है "मेरे पास आओ "

यह सुन सतीश अब कापने लगता है उसे समझ नहीं आ रहा था की वो क्या करे वह अब पूरी तरह डरा हुवा था हर शैतानी शक्ति का सबसे पहला वार यही होता है की वह इंसान के डर की वजह से ही वह उस पर हावी होती है सतीश उस कुवे में जैसे ही देखता है  एक औरत उसी को देख रही होती है बाल बिखराये लाल लाल आँखे काले होठ बिगड़ा हुवा चेहरा ये देख सतीश के हाथ पाँव कापने लगते है वह डर के मारे जैसे ही भागने के लिए पीछे मुड़ता है वही कुवे वाली औरत उसके सामने खड़ी होती है और सतीश को देख मुस्कुराने लगती है सतीश वही बेहोश हो जाता है। 

रात करीब 3 बजे जब उसे होश आता है तो वह उठता है लेकिन अब वह वह नहीं रहा वो पूरी तरह पागल हो चुका है जैसे ही सुबह होती है वह गांव की और चला जाता है वह केवल एक ही बात कह रहा था "मेरे पास आओ "यह सुन गांव के लोग समझ जाते है की उस चुड़ैल ने इसे भी अपने वश में कर लिया है उसका परिवार उसे घर लेकर आता है और वो एक तांत्रिक को बुला कर लाते है तांत्रिक देख कर समझ जाता है की ये अब उस बुरी आत्मा के चुंगल में फस चुका है वह तांत्रिक कहता है : 

यह एक बिगड़ी और बहुत ताकतवर आत्मा है जिसने  ना जाने कितने साल इंतज़ात किया है इसका हो ना हो इस गांव से कोई पुराना रिश्ता है मैं हर सिद्धि जानता हु लेकिन इस आत्मा को मै बस में नहीं कर सकता मै क्या कोई भी नहीं आप लोग अगर अपनी और अपने परिवार की खुशियां चाहते है तो जितना जल्दी हो सके ये गांव छोड़ दो वो आत्मा भूखी है और वह अब सब सर्वनाश कर के ही मानेगी। उसे अब नहीं रोका जा सकता क्योकि कुछ आत्माएँ वर्षो इंतज़ार करती है वो बहुत शक्तिशाली हो जाती है तो फिर वो किसी के आगे ना झुकती है और ना कोई मंत्र उन्हें बाँध सकता है ये आत्मा अब किसी को नहीं छोड़ेगी। 

Sharapit Kuva |Hindi Kahani

इतना सुनते ही सारे लोग डरने लग जाते है धीरे धीरे ये बात पूरे गांव में फ़ैल जाती है आनन फानन में हर कोई अपनी और अपनों की सलामती के लिए गांव को छोड़ने का मन बना लेता है देखते ही देखते पूरा गांव वहा से चला जाता है सतीश का क्या हुवा कोई नहीं जानता लेकिन एक उस कुवे ने पूरे गांव के लोगो के मन में इतना खौफ भर दिया की कोई उस कुवे का नाम भी नहीं लेना चाहता। आज भी वह कुवा वहा मौजूद है लेकिन उसकी दहशत की कहानिया हर किसी के मन में आज भी डर पैदा कर देती है कोई भी उस ओर नहीं जाता वो कुवा आज भी इंतज़ार कर रहा है अपने अगले शिकार का आज भी वहा से ये आवाजे सुनाई देती है "मेरे पास आओ "






दोस्तों ये थी एक श्रापित कुवे की कहानी जिसने एक पूरे गांव को पलायन करने पर मजबूर कर दिया। अगर कहानी अच्छी लगी तो शेयर जरूर करे ऐसी ही रोचक कहानिया पढ़ने के  हमे फॉलो करे। 

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