मकर संक्रांति 2024 - क्यों है इस दिन का इतना महत्त्व आइये समझे - makar sankranti kab hai - Story of Makar Sankranti - Importance Of Makar Sankranti - makar sankranti 2024 date and time - Happy Makar Sankranti
मकर संक्रांति क्यों मनायी जाती है
मकर संक्रांति मनाये जाने का मुख्य कारण उत्तरायण में शुक्ल पक्ष में किये गए दान पुण्य दुगना होकर लौटते है यही वो शुभ दिन है जिन दिन भगवान् सूर्य अपना स्थान बदल कर उत्तरायण होते है इस कारण इस पूर्ण फलदायी त्यौहार को भारत ही नहीं नेपाल में भी बढ़ी धूम धाम से मनाया जाता है हिन्दू धार्मिक ग्रन्थ गीता में भी इस बात का उल्लेख मिलता है कहा जाता है इस दिन भगवान सूर्य अपने पुत्र शनि के घर में जाते है।
मकर संक्रांति का महत्व
किन देशो में मकर संक्रांति के पर्व को मनाया जाता है
मकर संक्रांति मनाये जाने की पौराणिक कहानी
श्रीमद्भागवत कथा पुराण के अनुसार, शनि महाराजअपने पिता से क्रोधित थे क्योंकि सूर्य देव ने उनकी माता को तथा शनि देव को खुद से अलग कर दिया, इसका कारण यह था की उनकी माता सूर्य देव की दूसरी पत्नी के पुत्र से बहुत भेद भाव करती थी । इससे नाराज होकर शनिदेव और उनकी माता ने सूर्य देव को कुष्ठ रोग का शाप दे दिया था।
पिता की ऐसी दुर्दशा देखकर यमराज दुखी थे। यमराज ने सूर्यदेव को कुष्ठ रोग से मुक्त करवाने के लिए तप किया । वही दूसरी ओर सूर्य देव ने क्रोधित होकर शनिदेव के घर कुंभ राशि को जला दिया । इसका परिणाम यह हुवा शनिदेव व उनकी माता को भयंकर कष्ठ झेलने पढ़े, यमराज ने अपनी सौतली माता और भाई के कष्टों के निवारण के लिए पिता सूर्य देव से प्रार्थना की,यमराज की भक्ति से खुश होकर सूर्यदेव शनिदेव के घर कुंभ में पहुंचे।
वह जाकर सूर्य देव ने देखा की कुंभ राशि में सब कुछ जला है । सूर्यदेव की आराधना करने के लिए शनि देव ने काले तिल से सूर्य देव की पूजा की। शनिदेव की आराधना से खुश होकर सूर्य देव ने शनिदेव को वरदान दिया, शनि का दूसरा घर मकर राशि मेरे (सूर्यदेव ) के आने से धन धान्य से भर जाएगा।
मकर संक्रांति कब है - When Is Makar Sankranti
मकर संक्रांति शुभ मुहर्त - इस दिन क्या करे और क्या न करे
आइए अब बात करते है इस दिन आपको क्या करना चाहिए
- इस दिन आपको शनि देव और सूर्य देव की पूजा अर्चना करनी चाहिए।
- सुबह ब्रह्म मुहर्त में उठकर स्नान कर पूजा पाठ करना चाहिए।
- इस दिन दान का बहुत महत्व है इस दिन आपको दान जरूर करना चाहिए जिससे कि इस दिन किये दान का पुण्य दोगुना होकर आपको मिलेगा।
अब जानते है इस दिन आपको क्या करना नहीं चाहिए
- इस दिन आपको अनुचित शब्द कहने से बचना चाहिए।
- इस दिन माँस का सेवन ना करे।
- पान बीड़ी तम्बाकू शराब नशीली चीजों का सेवन नहीं करना चाहिए।
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