Dukh Bhari Dard shayari : darde dil dukh shayari - दुख भरी दर्द शायरी - दर्दे दिल दुःख शायरी
Hello दोस्तों आज के इस Article में हम आपके लिए लाये है बिलकुल नयी और तराशी हुवी Dukh Bhari Dard Shayari का बंडल, सैड शायरी एक ऐसी कविता होती है जिसका इस्तेमाल अपनी Feeling को दूसरे को बताने के लिए किया जाता है, आज के दौर में अक्सर नौजवान इस तरह की शायरी का अधिक इस्तेमाल करते है आइये देखे इन दर्द से रूबरू कराती शायरी की जबान ,
मेरी मुहब्बत भी कमाल करती है
जख्म भी देती है और सवाल करती है !
जब बर्बाद ही होना है क्यों न मुहब्बत कर लू
कोई गुमनामी में है किसी के सर पर सेहरा है !
क्या याद उसे भी आती होगी क्या वो भी रोती होगी रातो को ,
जो सादगी की मूरत थी कभी याद करती होगी मेरी बातो को !
वो मुहब्बत ही क्या जो लफ्ज़ो में बयां हो जाए,
दिल टूटने का दर्द बेलफ़्ज़ बयां होता है !
बड़ी आसानी से कह गया वो, अब मिलते नहीं हमारे ख्यालात है !
Sad shayari 2 line
दिखावे की दुनिया और दिखावे की मुहब्बत ने ऐलान किया है
जिसने दिल से निभाया इस रिश्ते को उसी को सबने परेशान किया है !
कीमत प्यार की अदा कर रहा हु मै ,
क्योकि सस्ती चीजों का कभी मैंने शौक नहीं रखा !
मुहब्बत का एक उसूल है
जो सच्चे दिल से ये रिश्ता निभाता है
वही अंत में अकेले रह जाता है !
प्यार की कीमत लगा ली उसने मेरे,
उससे अमीर भला अब कौन होगा !
आज चाँद भी हसने लगा मेरे हालातो पर
कल इसे के सामने तो मेरी मुहब्बत परवान चढ़ी थी !
गमो की आंधी ने सब बर्बाद कर दिया
जिससे मुहब्बत थी उसी ने ये साज़िश की !
क्या याद करू उसको अब ,जब उसने दिल मेरा तोड़ दिया ,
अकेले ही अच्छा था मै ,मुहब्बत करके मुझे तन्हा छोड़ दिया !
बेवफाई का इलज़ाम देकर मुझे इतना रुला गया है
दर्द इतना मिला, खुद ही मै अपनी हस्ती मिटा गया !
दिल टूटा है तो बिछाकर जाने दो,
कम से कम अब ये गुस्ताखी तो नहीं करेगा,
हर सितम सहता गया उसकी मुहब्बत में
बेनाम मुहब्बत को पहचान देने जो निकला था !
बारिश की वो शाम फिर याद आ गयी
जब मुहब्बत मिली थी मुझे मेरी
सोचा था ये पल हसीन होगा !
सैड शायरी हिंदी - Sad Shayari
ऐ दिल क्यों याद करता है उसे जिसने तुझे रुलाया है
अब तो समझ जा कुछ रिश्तो की उम्र छोटी होती है !
मेरे प्यार की कदर न जानी उसने
उस बेवफा से क्या उम्मीद करू !
साथ देने का वादा कर वह मुझको छोड़ गया,
जैसे ही संभले थे हम वो फिर मेरा दिल तोड़ गया !
मुहब्बत के शहर का आलम कुछ ऐसा था
वो रोया जो गरीब था और वो हँस रहा था जिसके पास पैसा था !
दिल की बाज़ी हार गए सबने बहुत सताया है
मुहब्बत के बगीचे का एक और पेड़ मुरझाया है !
मुहब्बत की नाकामी को किस्मत का दोष मत दे,
हारा केवल तू है मुहब्बत तो आज भी है !
ज़िन्दगी नाम है दर्द और रुस्वाई का
मुहब्बत नाम है जुदाई का !
कैसे कहु की वो तमन्ना थी मेरी
हर पूरी हो जाए ये जरुरी नहीं !
शाम ढलते ढलते उसकी याद आ गयी
कभी मेरी भी शामे गुलजार हुवा करती थी !
जिनकी खुद की मुहब्बत बेनाम हो
वो भला दुसरो को क्या समझायेंगे,
हम वो नहीं जो गिर जाए इतनी आसानी से
जो रूठ गया हमसे उसे कैसे मनाएंगे !
Very Sad Shayari for lover
मुहब्बत के बाजार में हम भी गए थे किस्मत आजमाने,
मिली भी तो ऐसी जिसे मनाने में लग गए ज़माने !
दिल का दर्द आंसुओ में बहता गया,
वो जख्म देता गया और मै सहता गया !
मुहब्बत मैंने की मैंने ही खाई चोट,
जिसे मान बैठा था अपना ,उसके दिल में था खोट!
प्यार की कहानी मेरी अधूरी रह गयी ,
मुझे छोड़ वो गैरो की भावनाओं में बह गयी !
मुहब्बत खेल है ऐसा शायद ही कोई जीत पाया,
जो जीता उसका नसीब था,जो हारा उसने सब कुछ गवाया !
चलो एक बार फिर से मुहब्बत कर ले
आदत हो गयी है इसके अंजाम की !
मुहब्बत की असल कीमत का पता तब चलता है,
जब आपसे मुहब्बत करने वाला आपसे दूर चला जाता है,
मुझे गैरो से कोई गिला नहीं
मुझे मुहब्बत करने वाला मिला नहीं
मिल जाती मुझे मेरे हिस्से की ख़ुशी
कमबक्त वो फूल खिला ही नहीं !
आज कल मुहब्बत पैसे के जैसी हो गयी है
कभी यहाँ तो कभी वहा !
दोस्तों उम्मीद करते है आपको Dukh Bhari Dard Shayari की ये पोस्ट पसंद आयी होगी अपनी राय Comment के जरिये हमसे शेयर जरूर करे !
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